बेस मेटल में कल की गिरावट के बाद आज चौतरफा रिकवरी आई है। कॉपर समेत सभी मेटल करीब 0.50 फीसदी ऊपर हैं। ग्लोबल मार्केट में भी बढ़त पर कारोबार हो रहा है। अमेरिका और चीन के बीच में चल रहे ट्रेड वॉर के बीच कहां से मेटल को सपोर्ट मिला है। उधर सोने और चांदी में आज भी बिकवाली हावी है। घरेलू बाजार में कमजोर रुपए के बावजूद कीमतों पर दबाव है।
कच्चे तेल में आज तेजी आई है। दरअसल ओपेक उत्पादन कटौती की मियाद इस साल के अंत तक बढ़ा सकता है। बाजार की नजर अब अगले महीने होने वाली ओपेक की बैठक पर है। हालांकि इससे पहले ये भी खबरें हैं कि जुलाई के पहले हफ्ते तक टल सकती है।
राम राम सा आज देश की तस्वीर साफ नजर नहीं आती हम सभी किस तरफ जा रहे है ये किसी को पता नहीं ,हम सभी २०१९ के चुनाव परिणाम का इंतज़ार का रहे है किसी भी पार्टी की सरकर हो,सरकर देश के लिए हो ,जनता के बारे में विचार करे लेकिन उससे पहले आम आदमी को भी यह सोचना होगा की हमारा भी देश के लिए कुछ जिमेदारी बनती है ,क्या हम उसे पूरा कर रहे है अवं करने के प्रीति कितने कितने गंभीर है हम देश अवं सरकार से तो बहुत उम्मीद करते है
और हम आम नागरिक कुछ नहीं सोचते यही इस देश विडबना है
बेस मेटल में कल की गिरावट के बाद आज चौतरफा रिकवरी आई है। कॉपर समेत सभी मेटल करीब 0.50 फीसदी ऊपर हैं। ग्लोबल मार्केट में भी बढ़त पर कारोबार हो रहा है। अमेरिका और चीन के बीच में चल रहे ट्रेड वॉर के बीच कहां से मेटल को सपोर्ट मिला है। उधर सोने और चांदी में आज भी बिकवाली हावी है। घरेलू बाजार में कमजोर रुपए के बावजूद कीमतों पर दबाव है।
कच्चे तेल में आज तेजी आई है। दरअसल ओपेक उत्पादन कटौती की मियाद इस साल के अंत तक बढ़ा सकता है। बाजार की नजर अब अगले महीने होने वाली ओपेक की बैठक पर है। हालांकि इससे पहले ये भी खबरें हैं कि जुलाई के पहले हफ्ते तक टल सकती है।
राम राम सा आज देश की तस्वीर साफ नजर नहीं आती हम सभी किस तरफ जा रहे है ये किसी को पता नहीं ,हम सभी २०१९ के चुनाव परिणाम का इंतज़ार का रहे है किसी भी पार्टी की सरकर हो,सरकर देश के लिए हो ,जनता के बारे में विचार करे लेकिन उससे पहले आम आदमी को भी यह सोचना होगा की हमारा भी देश के लिए कुछ जिमेदारी बनती है ,क्या हम उसे पूरा कर रहे है अवं करने के प्रीति कितने कितने गंभीर है हम देश अवं सरकार से तो बहुत उम्मीद करते है
और हम आम नागरिक कुछ नहीं सोचते यही इस देश विडबना है