घरेलू बाजार में लगातार चढ़ती सोने की कीमतों के बीच सरकार ने निवेशकों को सस्ती दरों पर सोना खरीदने का मौका दिया है। निवेशक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) योजना के तहत बाजार मूल्य से काफी सस्ता सोना खरीद सकते हैं। इसकी बिक्री पर होने वाले लाभ पर आयकर नियमों के तहत छूट भी मिलेगी। आइए जानते हैं इस योजना और सोने की कीमत के बारे में।
लगातार बढ़ रही है सोने की कीमत
हालांकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीस के निवेशकों को एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीदने की ही अनुमति है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है। सरकार ने बजट में सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। साथ ही वैश्विक स्तर पर बढ़ी लिवाली से सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं।
इतनी है कीमत
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बताया है कि योजना के तहत आप 3,890 रुपये प्रति ग्राम पर सोना खरीद सकते हैं। अगर गोल्ड बॉन्ड की खरीद ऑनलाइन तरीके से की जाती है तो सरकार ऐसे निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की अतिरिक्त छूट देती है। यानी ऑनलाइन सोना खरीदने पर निवेशकों को प्रति ग्राम सोना 3,840 रुपये का पड़ेगा। अगली स्लाइड में जानते हैं आप इसके खरीदारी कहां से कर सकते हैं।
ये है निवेश की अवधि
योजना के तहत निवेश करने की अवधि नौ से 13 सितंबर है। यानी पांच दिन तक आप इस सरकारी योजना में निवेश कर पैसा कमा सकते हैं। बीते दिनों सोने का दाम अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचा था, लेकिन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत आप सस्ते में सोना खरीद सकते हैं। अगली स्लाइड में जानते हैं सोने की कीमत।
गोल्ड बॉन्ड आप बैंकों, डाकघरों, एनएसई और बीएसई के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए भी खरीद सकते हैं।
इस तरह मिलेगी आयकर छूट
गोल्ड बॉन्ड की परिपक्वता अवधि आठ साल की होती है और इस पर सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलता है। बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज निवेशक के टैक्स स्लैब के अनुरूप कर योग्य होता है, लेकिन इस पर स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) नहीं होती है। अगर बॉन्ड को तीन साल बाद और आठ साल की परिपक्वता अवधि के पहले बेचा जाता है तो इस पर 20 फीसदी की दर से लांग टर्म कैपिटल गेन (एलटीसीजी) टैक्स लगेगा, लेकिन परिपक्वता अवधि के बाद बेचने पर मिलने वाला ब्याज करमुक्त रहेगा।
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