इजरायल और हमास के बीच जब युद्ध की शुरुआत हुई थी, तब कच्चे तेल कीमतों (Crude oil prices) में शुरुआती तेजी जरूर देखने को मिली थी, लेकिन इसके बाद मिडिल ईस्ट से सप्लाई को लेकर चिंताएं खत्म हुईं, तो कच्चे तेल के भाव में तेजी से गिरावट भी देखने को मिली, जिससे OPEC+ देशों की चिंताएं बढ़ी हैं. गोल्डमैन सैक्स के एनालिस्ट्स का कहना है कि इस महीने के अंत में होने वाली बैठक में OPEC देश तेल की कीमतों को सपोर्ट करने के लिए कदम उठाएंगे. गोल्डमैन सैक्स के एनालिस्ट डान स्ट्रूवेन का कहना है कि हमें लगता है कि OPEC इस बात को सुनिश्चित करेगा कि 2024 में कीमतों को $80-$100 की रेंज में रखा जाए.
- सोने पर अच्छी बोली बनी हुई है, लेकिन 2,000 डॉलर एक चुनौतीपूर्ण स्तर साबित हो रहा है।
- चाँदी की $24.00 पर पांचवीं बार विफलता
- चांदी ने शुकरवार को लगातार दूसरे दिन कुछ खरीदारों को आकर्षित किया
- एफओएमसी मिनट्स से सोने पर कोई महत्वपूर्ण छाप छोड़ने की संभावना नहीं है
- बाजार अब 2024 की पहली छमाही में दर में कटौती की संभावना पर विचार कर रहे हैं।
ING Groep NV के वॉरेन पैटरसन का कहना है कि साल 2024 की शुरुआत में सऊदी अरब और रूस अपनी अतिरिक्त कटौतियों को जारी रख सकते हैं. हालांकि ये अभी साफ नहीं है कि व्यापक रूप से OPEC+ समूह आगे कटौतियां करेगा. कच्चे तेल के लिए पिछला महीना अच्छा नहीं रहा है, क्योंकि इजरायल और हमास जंग से जो रिस्क प्रीमियम पैदा हुआ था, वो कम हो गया और नॉन-OPEC+ देशों समेत आपूर्ति की मजबूत सप्लाई को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं.