Gold Silver Reports — Turmeric-futures (May) is likely consolidate in the range of 8200-8400 levels with upside getting capped. Spot turmeric prices are decreasing daily due to negligible upcountry demand. In the last 10 days, the finger turmeric was down by Rs.1,000 a quintal and the root variety by Rs.450-500. Such drastic fall in price is due to the poor buying by North Indian traders.
Cardamom futures (May) is expected to consolidate in the range of 750-790 levels. Prevailing drought conditions and the consequent delay and decline in the next crop appears to have changed the market sentiment. All market participants of the spot markets were actively buying and that in turn has aided the price rise. Total arrivals during the season up to April 16 were at around 26,485 tonnes and sales were at 25,545 tonnes. The individual auction average, as on April 16, stood at Rs.600/kg.
Jeera futures (May) is likely to face resistance near 16600-16700 levels & may witness profit booking at from higher levels. At the spot markets of Unjha, the counter has dropped off from its four month highs amid lack of buying and improving supplies. The arrivals are picking up following seasonal trend and supplies are expected to be steady in near term.
Soybean futures (May) is expected to remain steady & may take support near 4180 levels. Soyabean traded higher on strong global cues and weak arrival with its price in the physical market being quoted at Rs.4,100 a quintal. Plant deliveries of soyabean ruled at Rs.4,100-50 a quintal (up Rs.50 from last week). On CBOT, U.S. soybeans rose for a second consecutive session on Wednesday to hit their highest in more than eight months, with adverse weather in South America stoking two-day gains of nearly 3.5 percent. The most active soybeans futures climbed 0.2 percent to $9.87- 1/2 a bushel, the highest since Aug. 11. Soybeans firmed 3.3 percent on Tuesday. Rains this month in Argentina slowed the soybean harvest and delayed export shipments, prompting some traders to extend long soybean bets.
Mustard futures (May) is expected to consolidate & trade sideways in the range of 4530-4630 levels. Additional Margin of 5 % on both the Long side and Short side is imposed on all running contracts and yet to be launched contracts with effect from April 13, 2016.
CPO futures (May) is likely to trade higher towards 580 levels. Edible oils ruled firm tracking firm futures despite need-based thin volume. Local refineries increased their rates for palmolein-soya refined oil by Rs.5/10 kg, while indigenous edible oils gained Rs.2-5 on back of firm reports from producing centres. Malaysian palm oil futures rose for a second trading day to a one-week high on Tuesday, tracking competing vegetable oils & closed at 2,688 ringgit ($692) per tonne.
Sugar futures (May) is likely to trade in the range of 3440-3660 levels with downside getting capped. Spot sugar prices shot up further by Rs.40-50 a quintal tracking firm naka and mill tender rates amid sharp jump on domestic futures. Lower production this year and fear about delay in starting of next crushing and likely lower output next season due to severe drought kept the sentiment bullish. Country’s sugar output fell by 8% to 24.34 million tonnes till April 15 of the current marketing year ending September, while exports stood at 1.35 million tonnes.
Chana futures (May) is expected to continue its bull run & test 5500 levels. A firm trend at spot market on upsurge in demand, restricted supplies from producing belts mainly pushed up chana prices at the spot markets. The retail prices of pulses have increased in the past two weeks. Amid weak arrival and higher demand in chana from ‘besan’ manufacturers, chana has been witnessing a rally for the past sometime with chana (kanta) at Rs.5,700-50 a quintal. Chana dal (average) traded at Rs.7,200 (up Rs.900 from last week), chana dal (medium) at Rs.7,300-7,400, while chana dal (bold) went for Rs.7,500-7,700. — Neal Bhai Reports
राज्यों को चीनी पर स्टॉक लिमिट लगाने के निर्देश दिए जा सकते हैं। सरकार की ओर से चीनी कीमतों में बढ़ोतरी पर नियंत्रण का फैसला 7-10 दिन में संभव है। स्टॉक लिमिट लगने से चीनी के दाम घटेंगे। गौरतलब है कि सरकार ने 2010 में चीनी पर स्टॉक लिमिट लगाई थी।
एग्री कमोडिटी में कॉटन की चाल सुस्त है, जबकि चीनी में तेज गिरावट आई है। एनसीडीईएक्स पर चीनी का मई वायदा 4 फीसदी गिरकर 3385 रुपये पर आ गया है। वहीं एमसीएक्स पर कॉटन 17130 रुपये के आसपास नजर आ रहा है।
अच्छी पैदावार और अच्छे मॉनसून के अनुमान के बावजूद खाद्य महंगाई को लेकर चिंता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पिछले कुछ दिनों में चीनी का भाव 10-15 फीसदी तक बढ़ गया है। माना जा रहा है कि बढ़ती हुई कीमतों को रोकने के लिए चीनी पर स्टॉक लिमिट लग सकती है।
देश में बंपर स्टॉक के बावजूद इस साल चीनी की कीमतों में 40 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। मार्च तक चीनी का उत्पादन 237 लाख टन था, जबकि इसकी खपत 115 लाख टन रही है। वहीं 90 लाख टन पुराने स्टॉक के साथ देश में चीनी की 327 लाख टन की मौजूदगी है। 15 लाख टन एक्सपोर्ट के बावजूद चीनी का बंपर स्टॉक है।
दरअसल अच्छे उत्पादन के बावजूद कीमतों में भारी बढ़त के चलते खाद्य मंत्री ने राज्यों को चीनी पर स्टॉक लिमिट लगाने की सलाह दी है। चीनी की बढ़ती कीमतों पर आज प्रधानमंत्री कार्यालय में अहम बैठक होगी।
चने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में 10-15 फीसदी की बढ़ोतरी दिखी है। ऐसे में कमोडिटी मार्केट का रेगुलेटर सेबी चने पर नजर बनाए हुए है। माना जा रहा है कि बढ़ती कीमतों को काबू में लाने के लिए सेबी जल्द ही कोई कदम उठा सकता है। मार्जिन बढ़ाने या पोजिशन लिमिट घटाने का फैसला आ सकता है। हाजिर बाजार में पिछले कुछ दिनों में दाल का दाम भी 15 फीसदी तक बढ़ गया है। अनुमान है कि इस साल में 50-60 लाख टन तक दाल की पैदावार हो सकती है। इसके बावजूद भी दाल की कीमतों में इजाफा हो रहा है।
चीन की इकोनॉमी को लेकर आउटलुक बेहतर होने से चांदी की कीमत 11 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। कॉमैक्स पर चांदी का भाव 17 डॉलर पर पहुंच गया है। हालांकि, अब ऊपरी स्तरों से सोने और चांदी में बिकवाली देखने को मिल रही है। फिलहाल एमसीएक्स पर चांदी 0.1 फीसदी बढ़कर 39785 रुपये पर कारोबार कर रही है। दिन के कारोबार में चांदी का भाव 40250 रुपये पर पहुंचा था। वहीं एमसीएक्स पर सोना 0.25 फीसदी गिरकर 29250 रुपये पर आ गया है।
कच्चे तेल में आज खासी गिरावट देखी जा रही है। कुवैत में ऑयल वर्कर्स की हड़ताल खत्म होने से ब्रेंट के दाम 2.5 फीसदी से ज्यादा गिरे हैं। इसके अलावा 15 अप्रैल वाले हफ्ते में क्रूड का स्टॉक भी अनुमान से ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में कीमतों पर दबाव साफ दिख रहा है। नायमैक्स क्रूड भी 2.5 फीसदी फिसला है। घरेलू बाजार में एमसीएक्स पर कच्चा तेल 1.75 फीसदी से ज्यादा फिसलकर 2765 रुपये पर आ गया है।
बेस मेटल्स में गिरावट का रुख देखने को मिल रहा है। एमसीएक्स पर एल्युमिनियम में 0.2 फीसदी की गिरावट आई है और लेड 0.3 फीसदी टूटा है। कॉपर 1 फीसदी गिरकर 322.4 रुपये पर आ गया है। निकेल 1 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी के साथ 603.4 रुपये पर आ गया है। जिंक करीब 1 फीसदी लुढ़ककर 126 रुपये पर आ गया है।