Keep Eye on Level $1261.90, It Trade and Close above 1261.90 level.
We See Target up to $1272 — 1281 levels.
Neal Bhai Reports / New Delhi / India
Spread the love
5 thoughts on “Gold Spot Above Level $1261.90 Target $1272—1281”
दो साल लगातार सूखे के बाद इस साल देश में अच्छी बारिश की उम्मीद है। स्काईमेट ने सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान दिया है। 85 फीसदी संभावना है कि बारिश सामान्य या सामान्य से ज्यादा होगी। सिर्फ 5 फीसदी सूखे की आशंका है। कैसा होगा खेती पर असर। बूंद-बूंद के लिए तड़पते मराठवाड़ा, कर्नाटक और तेलंगाना में क्या बरसेंगे बादल। कैसी होगी कृषि बाजार की तस्वीर। आप ट्रेडर हों या किसान, आगे क्या हो आपकी स्ट्रैटेजी, ये जानने के लिए लेकर आए हैं हम खास पेशकश, जमकर होगी बारिश।
बाजार के लिए मॉनसून के फ्रंट से अच्छी खबर आ रही है। स्काईमेट का कहना है कि इस साल मॉनसून सामान्य से ज्यादा रहेगा। संभावना है कि 105 फीसदी मॉनसून के साथ जून से सितंबर तक 887 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। स्काईमेट के मुताबिक बारिश के सीजन में मॉनसून अच्छा रहेगा इसके 20 फीसदी चांस हैं। सामान्य से ज्यादा रहेगा इसके 35 फीसदी चांस हैं और 30 फीसदी चांस हैं कि मॉनसून सामान्य रहेगा।
अच्छी बात ये है कि स्काईमेट को केवल 5 फीसदी उम्मीद है कि सूखा पड़ सकता है। मॉनसून पर राहत की खबर देते हुए मौसम विज्ञानी जी पी शर्मा का कहना है कि पूरे सीजन में बेहतर बारिश होगी। आपको बता दें कि आज शाम को मौसम विभाग भी मॉनसून पर अपने अनुमान जारी करेगा, इस मामले पर शाम को 4 बजे एमईटी डिपार्टमेंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेगा।
गौरतलब है कि 2002, 2004, 2009, 2014 और 2015 में देश सूखे की मार झेल चुका है। वहीं 1970, 1975, 1983, 1988 और 1994 में देश ने बाढ़ का कहर झेला है। अब इस बार अच्छा बारिश होने के आसार से सरकार को लक्ष्य से ज्यादा खेती की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि खरीफ दाल और तिलहन की खेती बढ़ेगी। कपास, गन्ना और ग्वार की खेती को भी फायदा होगा। अच्छी पैदावार से दाल की महंगाई से राहत संभव है। साथ ही नीति आयोग ने वित्त वर्ष 2017 में 6 फीसदी कृषि विकास दर की उम्मीद जताई है।
पिछले साल कम बारिश से फसल की पैदावार में गिरावट दर्ज की गई थी। वित्त वर्ष 2015 में अनाज उत्पादन 5 फीसदी गिरकर 25.2 करोड़ टन रहा था। दाल की पैदावार 5 साल के निचले स्तर पर आ गई है। हालांकि इस साल 25.5 करोड़ टन अनाज उत्पादन का अनुमान है।
दो साल लगातार सूखे के बाद इस साल देश में अच्छी बारिश की उम्मीद है। स्काईमेट ने सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान दिया है। 85 फीसदी संभावना है कि बारिश सामान्य या सामान्य से ज्यादा होगी। सिर्फ 5 फीसदी सूखे की आशंका है। कैसा होगा खेती पर असर। बूंद-बूंद के लिए तड़पते मराठवाड़ा, कर्नाटक और तेलंगाना में क्या बरसेंगे बादल। कैसी होगी कृषि बाजार की तस्वीर। आप ट्रेडर हों या किसान, आगे क्या हो आपकी स्ट्रैटेजी, ये जानने के लिए लेकर आए हैं हम खास पेशकश, जमकर होगी बारिश।
बाजार के लिए मॉनसून के फ्रंट से अच्छी खबर आ रही है। स्काईमेट का कहना है कि इस साल मॉनसून सामान्य से ज्यादा रहेगा। संभावना है कि 105 फीसदी मॉनसून के साथ जून से सितंबर तक 887 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। स्काईमेट के मुताबिक बारिश के सीजन में मॉनसून अच्छा रहेगा इसके 20 फीसदी चांस हैं। सामान्य से ज्यादा रहेगा इसके 35 फीसदी चांस हैं और 30 फीसदी चांस हैं कि मॉनसून सामान्य रहेगा।
अच्छी बात ये है कि स्काईमेट को केवल 5 फीसदी उम्मीद है कि सूखा पड़ सकता है। मॉनसून पर राहत की खबर देते हुए मौसम विज्ञानी जी पी शर्मा का कहना है कि पूरे सीजन में बेहतर बारिश होगी। आपको बता दें कि आज शाम को मौसम विभाग भी मॉनसून पर अपने अनुमान जारी करेगा, इस मामले पर शाम को 4 बजे एमईटी डिपार्टमेंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेगा।
गौरतलब है कि 2002, 2004, 2009, 2014 और 2015 में देश सूखे की मार झेल चुका है। वहीं 1970, 1975, 1983, 1988 और 1994 में देश ने बाढ़ का कहर झेला है। अब इस बार अच्छा बारिश होने के आसार से सरकार को लक्ष्य से ज्यादा खेती की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि खरीफ दाल और तिलहन की खेती बढ़ेगी। कपास, गन्ना और ग्वार की खेती को भी फायदा होगा। अच्छी पैदावार से दाल की महंगाई से राहत संभव है। साथ ही नीति आयोग ने वित्त वर्ष 2017 में 6 फीसदी कृषि विकास दर की उम्मीद जताई है।
पिछले साल कम बारिश से फसल की पैदावार में गिरावट दर्ज की गई थी। वित्त वर्ष 2015 में अनाज उत्पादन 5 फीसदी गिरकर 25.2 करोड़ टन रहा था। दाल की पैदावार 5 साल के निचले स्तर पर आ गई है। हालांकि इस साल 25.5 करोड़ टन अनाज उत्पादन का अनुमान है।