भारत में गोल्ड डिमांड के अपनी तीन सालों के निचले स्तर पर चल रहा है। 2016 के बाद से भारत में फिलहाल सोने की सबसे कम मांग देखी जा रही है। वहीं तीसरी तिमाही में सोन की मांग में बड़ी गिरावट आई है। World Gold Council की रिपोर्ट के मुताबिक, आर्थिक नरमी और घरेलू स्तर पर ऊंची कीमतों की वजह से भारत की सोने की मांग पिछले साल के मुकाबले इस साल सितंबर तिमाही में 32 प्रतिशत घटकर 123.9 टन पर आ गई है।
वहीं , सोने का इंपोर्ट भी 2019 की तीसरी तिमाही में 66 प्रतिशत गिरकर 80.5 टन रह गया। चीन के बाद भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है।
काउंसिल ने मंगलवार को कहा कि आभूषण कारोबारी पहले से आयात किए स्टॉक और रीसाइक्लिंग से अपनी मांग को पूरा कर रहे हैं। इससे आयात में गिरावट आई है।
स्थानीय बाजार में, सितंबर में सोने का भाव 39,011 रुपए पर था, जो अब 38,800 रुपए के आसपास है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 के पहले नौ महीने में देश की सोने की कुल मांग गिरकर 496.11 टन रह गई। एक साल पहले जनवरी-सितंबर में यह आंकड़ा 523.9 टन था। 2018 में सोने की कुल मांग 760.4 टन थी। इसी तरह, जनवरी-सितंबर 2019 में सोने का कुल आयात भी घटकर 502.9 टन रहा। पिछले साल की इसी अवधि में 587.3 टन सोने का आयात किया गया था। 2018 में भारत ने 755.7 टन सोने का आयात किया था।
काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, सोने की वैश्विक मांग 2019 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 1,107.9 टन पर पहुंच गई है। एक साल पहले की इसी अवधि में मांग 1,079 टन थी।
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