कोझिकोड: केरल से एक बैंक ऑफ महाराष्ट्र के ब्रांच मैनेजर द्वारा फ्रॉड की ऐसी खबर सामने आई है जो दिमाग को झकझोर कर रख देगी। बैंक मैनेजर ने दिमाग लगाकर इतनी सफाई से कांड किया था कि उसकी चोरी पकड़ने में बैंक को कई दिन लग गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूबे के कोझिकोड जिले की वडकारा पुलिस ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र की वडकारा ब्रांच के नए मैनेजर की शिकायत के आधार पर पूर्व ब्रांच मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज किया है। बता दें कि ट्रांसफर होने के बाद भी फ्रॉ करने वाले ब्रांच मैनेजर ने नई जगह पर जॉइन नहीं किया था।
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ऐसे खुली इस बड़े फ्रॉड केस की पोल
वडकारा ब्रांच के नए मैनेजर इरशाद को तब कुछ गड़बड़ लगी जब उन्होंने गिरवी रखे गए सोने को देखा। बात में पता चला कि बैंक में जो सोना रखा गया है वह तो आर्टिफिशियल गोल्ड था। मामले के बारे में पता चलते ही हड़कंप मच गया और जब जांच की गई तो पता चला कि यह बहुत बड़ा घोटाला है। इसके बाद इरशाद ने पुलिस से संपर्क किया। तमिलनाडु निवासी मधु जयकुमार बैंक ऑफ महाराष्ट्र की वडकारा शाखा का मैनेजर था और उसका तबादला कोच्चि ब्रांच में कर दिया गया था, जबकि इरशाद ने वडकारा ब्रांच का काम संभाल लिया।
17 करोड़ रुपये का सोना बदल दिया गया
कई दिन बीत जाने के बाद भी जयकुमार अपनी नई पोस्टिंग पर नहीं आया और इसी दौरान इरशाद को गिरवी रखे गए सोने में कुछ गंभीर गड़बड़ी दिखाई दी। जांच के मुताबिक, गिरवी रखे गए 26 किलोग्राम सोने में से 17 करोड़ रुपये का सोना नकली पाया गया यानी कि बड़ी मात्रा में सोना बदल दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जयकुमार का मोबाइल फोन बंद पाया गया है। उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस भी इस बात से हैरान है कि कोई व्यक्ति अकेला इतनी बड़ी ठगी कैसे कर सकता है। पुलिस इस पूरे मामले में जल्द ही वडकारा शाखा के सभी कर्मचारियों के बयान दर्ज करेगी।
Source: IANS