🔴Russia Ukraine Tensions Live Update in Hindi, Russia Ukraine Crisis, War Situation Live Updates: 2022 |
- 1 अब यूक्रेन ने किया पलटवार
- 2 अमेरिका रूस पर लगाएगा एक और प्रतिबंध
- 3 यूरोपीय संघ ने कल बुलाई आपात बैठक
- 4 UNGA की अहम बैठक शुरू
- 5 अमेरिका ने कहा- रूस के लिए कूटनीति का द्वार अभी भी खुला
- 6 कनाडा ने भी रूस पर प्रतिबंधों की घोषणा की
- 7 बाइडन ने दो बैंकों के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा की
- 8 यूक्रेन के विदेश मंत्री बोले- आक्रमण छोटा या बड़ा नहीं होता
- 9 नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन पर भी रोक लगेगी
- 10 छोटे देशों का नहीं कोई साथी?
- 11 अमेरिकी विदेश मंत्री ने रूसी विदेश मंत्री से मिलने से किया इनकार
- 12 बाइडन के संबोधन का संक्षिप्त विवरण
- 13 बाइडन: अमेरिका और उसके सहयोगी एकजुट
वैश्विक शांति के लिए त्यागे थे परमाणु हथियार – यूक्रेन के विदेश मंत्री [12:15 PM, 24-FEB-2022]
यूएन की जनरल एसेंबली में यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि उनका देश किसी वक्त में परमाणु शक्ति की लिस्ट में दुनिया में तीसरे नंबर पर था. लेकिन वैश्विक शांति के लिए उन्होंने परमाणु हथियारों को त्यागा था. ऐसे में अब दुनिया को परस्पर रूप से उनकी रक्षा करनी चाहिए.
अब यूक्रेन ने किया पलटवार
यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि उसने लुहान्स्क क्षेत्र में पांच रूसी विमानों और एक रूसी हेलीकॉप्टर को मार गिराया गया है। समाचार एजेंस रॉयटर्स ने इसकी जानकारी दी है।
बीच रास्ते से दिल्ली लौटी एयरइंडिया की फ्लाइट [12:02 PM, 24-FEB-2022]
यूक्रेन द्वारा देश के भीतर नागरिक विमानों की उड़ानों को प्रतिबंधित करने के बाद एयर इंडिया की फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस दिल्ली लौट गई।
यूरोप ने यूक्रेन को चेताया [11:55 AM, 24-FEB-2022]
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार यूरोप ने यूक्रेन के आसपास हवाई क्षेत्र के जोखिमों की चेतावनी दी है।
रूस हुआ और आक्रामक [11:20 AM, 24-FEB-2022]
रूसी राष्ट्रपति पुतिन द्वारा सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद से रूस यूक्रेन के खिलाफ और ज्यादा हमलावर हो गया है। ताजा जानकारी के अनुसार रूस की सेना ने जानकारी दी है कि उसने यूक्रेन के सैन्य और हवाई अड्डों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया है।
अमेरिका रूस पर लगाएगा एक और प्रतिबंध
अमेरिका का रूस पर प्रतिबंध लगाने का सिलसिला जारी है. अब खबर है कि अमेरिका रूस में बनने जा रही Nord Stream 2 पाइपलाइन के खिलाफ एक्शन लेने वाला है. इस पाइपलाइन का निर्माण जिस कंपनी से रूस करवा रहा है, उसी पर कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी है.
यूरोपीय संघ ने कल बुलाई आपात बैठक
यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते विवाद के बीच कल यूरोपीय संघ ने आपात बैठक बुलाई है. इस समेट में रूस को घेरने के लिए आगे की तैयारी की जाएगी.सभी ने स्पष्ट कर दिया है कि 21वीं सदी में बलपूर्वक तरीके से बॉर्डर पर स्थिति नहीं बदली जा सकती है.
UNGA की अहम बैठक शुरू
यूक्रेन संग जारी रूस विवाद के बीच UNGA की अहम बैठक शुरू हो चुकी है. बैठक के दौरान वर्तमान परिस्थितियों पर विस्तार से मंथन चल रहा है. रूस के उठाए कदमों पर भी बहस की जा रही है.
अमेरिका ने कहा- रूस के लिए कूटनीति का द्वार अभी भी खुला
व्हाइट हाउस प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि “रूस के लिए कूटनीति का द्वार अभी भी खुला है। हम कूटनीति के दरवाजे कभी भी पूरी तरह बंद नहीं करने जा रहे हैं। लेकिन कूटनीति तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक रूस अपनी कार्यप्रणाली नहीं बदलता।”
कनाडा ने भी रूस पर प्रतिबंधों की घोषणा की
मास्को द्वारा यूक्रेन अलगाववादी क्षेत्रों दोनेत्सक और लुहांस्क को स्वतंत्र के रूप में मान्यता देने के एक दिन बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों के पहले दौर की घोषणा की।
यूरोप के देशों में मौसम अधिकतर ठंडा रहता है और वहां पिछले कुछ दिनों में बिजली के दाम 600 प्रतिशत तक बढ़ चुके हैं. सोचिए, ऐसे में अगर रशिया ने गैस की सप्लाई ही रोक दी तो ये देश कैसे गुजारा करेंगे? इसीलिए मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे पर भी काफी लंबी चर्चा हुई.
रूस-यूक्रेन संकट के बीच दोनों देशों की सीमा पर हालात बिगड़ने के आसार हैं। रूस की संसद ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत वे अपनी सेना को दूसरे देश में कार्रवाई करने के लिए भेज सकते हैं। इसे लेकर पुतिन ने कहा कि अभी उनके पास सारे विकल्प खुले हैं। दूसरी तरफ यूक्रेन में रूस की तरफ से उठाए जा रहे इन कदमों का पश्चिमी देशों ने माकूल जवाब देने का फैसला किया है। जहां पहले जर्मनी और ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाए तो वहीं अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश को संबोधित करते हुए रूस पर अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया और कहा कि रूस पर महत्वपूर्ण प्रतिबंधों की घोषणा कर दी है।
बाइडन ने दो बैंकों के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा की
बाइडन ने दो बैंकों के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा कर दी है। इसे उन्होंने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की “पहली किश्त” बताया। बाइडन ने दो बड़े बैंकों- वीईबी (VEB) और रूसी सैन्य बैंक से जुड़े व्यापार को अवरुद्ध करने और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणालियों से रूसी अर्थव्यवस्था के कुछ हिस्सों को काटने की घोषणा की। बाइडन ने कहा कि ये कदम पिछले उपायों से “बहुत आगे” हैं और रूसी सरकार को अपने संप्रभु ऋण के लिए पश्चिमी वित्तपोषण से दूर कर देंगे।
यूक्रेन के विदेश मंत्री बोले- आक्रमण छोटा या बड़ा नहीं होता
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि मामूली, मध्यम या बड़े आक्रमण जैसी कोई बात नहीं है। आक्रमण एक आक्रमण होता है। हमारी पहली योजना कूटनीति के हर उपकरण का उपयोग करना है। दूसरी योजना हमारी जमीन के हर इंच और हर शहर और हर गांव के लिए लड़ना है। बेशक जब तक हम जीत नहीं जाते तब तक लड़ने के लिए तैयार हैं।
नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन पर भी रोक लगेगी
बाइडन ने कहा कि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से बात कर नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन पर भी रोक लगा जाने की तैयारी है, जो कि रूस से जर्मन में तरलीकृत प्राकृतिक गैस लाएगी। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को चेतावनी दी कि अगर वह यूक्रेन पर हमला करते हैं तो अमेरिका रूस पर साल 2014 में लगाए गए प्रतिबंधों से भी सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने साफ किया कि अमेरिका, रूस के साथ युद्ध नहीं करना चाहता है। लेकिन यूक्रेन की सीमा पर सेना तैनात कर रूस ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। उसने यूक्रेन को चारों तरफ से घेर लिया है।
छोटे देशों का नहीं कोई साथी?
इस पूरे संघर्ष से दो बड़ी सीख मिलती हैं. पहली सीख ये है कि अगर कोई देश कमजोर हो तो अंतर्राष्ट्रीय संधियों का भी कोई महत्व नहीं रहता. वर्ष 1994 में अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और रशिया के बीच यूक्रेन को लेकर Hungary के Budapest में एक संधि पर हस्ताक्षर हुए थे. इसे Budapest Memorandum भी कहा जाता है. ये संधि कहती है कि अगर यूक्रेन पर कोई देश हमला करता है तो ये सभी देश उसकी रक्षा करेंगे. लेकिन अब इनमें से एक देश यूक्रेन के तीन टुकड़े कर देता है और दूसरे देश उसको बचा भी नहीं पाते हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने रूसी विदेश मंत्री से मिलने से किया इनकार
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का कहना है कि वह इस सप्ताह रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि “ऐसा नहीं है कि हम यूक्रेन पर आक्रमण की शुरुआत देख रहे हैं लेकिन रूस ने कूटनीति प्रयासों की लगातार अस्वीकृति से यह स्पष्ट कर दिया है। ऐसे माहौल में इस मुलाकात का कोई मतलब नहीं है।
बाइडन के संबोधन का संक्षिप्त विवरण
व्हाइट हाउस में अपने संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन में बढ़ते तनाव और रूस की आक्रमता पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिबंधों की रूपरेखा मीडिया के सामने रखी। संबोधन का संक्षिप्त विवरण:-
•अमेरिका का मानना है कि यूक्रेन के साथ बढ़े तनाव में रूस स्पष्ट रूप से हमलावर है।
• बाइडन ने पूर्वी यूक्रेन में दो अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता देने के पुतिन के फैसले की निंदा की, इसे अमेरिकी राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया।
• दो वित्तीय संस्थान वीईबी और रूस के सैन्य बैंक अब प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं। रूसी अभिजात वर्ग और उनके परिवारों के खिलाफ और प्रतिबंधों लगाए जाने की संभावना है।
•अमेरिका यूक्रेन को और अधिक रक्षात्मक सहायता भेज रहा है और बाल्टिक सहयोगियों के साथ अमेरिकी सेना तैनात कर रहा है, जो नाटो के सदस्य हैं।
प्रेसवार्ता के दौरान राष्ट्रपति ने किसी प्रश्न का जवाब नहीं दिया, उम्मीद है कि व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी आज की ब्रीफिंग में इस पर प्रकाश डाला जाएगा।
बाइडन: अमेरिका और उसके सहयोगी एकजुट
बाइडन ने कहा कि हम यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की सहित यूरोपीय नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देश मिलकर काम कर रहे हैं। हम यूक्रेन के अपने समर्थन में एकजुट हैं। हम रूसी आक्रमण के विरोध में एकजुट हैं। हम अपने नाटो गठबंधन की रक्षा के अपने संकल्प में एकजुट हैं।
अमेरिका यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले पर नाटो के साथ मिलकर काम करने का निर्णय किया गया है।
कनाडा ने भी रूस पर प्रतिबंधों की घोषणा की – मास्को द्वारा यूक्रेन अलगाववादी क्षेत्रों दोनेत्सक और लुहांस्क को स्वतंत्र के रूप में मान्यता देने के एक दिन बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों के पहले दौर की घोषणा की।
व्हाइट हाउस प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि “रूस के लिए कूटनीति का द्वार अभी भी खुला है। हम कूटनीति के दरवाजे कभी भी पूरी तरह बंद नहीं करने जा रहे हैं। लेकिन कूटनीति तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक रूस अपनी कार्यप्रणाली नहीं बदलता।”
यूक्रेन द्वारा देश के भीतर नागरिक विमानों की उड़ानों को प्रतिबंधित करने के बाद एयर इंडिया की फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस दिल्ली लौट गई।
यूक्रेन में बिगड़ते हालातों के बीच भारत ने वहां मौजूद लोगों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि स्थिति अभी खराब है, ऐसे में जहां हैं, वहीं रहें. लोगों से अपने घरों, हॉस्टल आदि में ही रुकने को कहा गया है. साथ ही कहा गया है कि जो लोग यूक्रेन की राजधानी कीव या वेस्टर्न कीव की तरफ गए हैं तो वापस अपने घरों की तरफ लौट जाएं.